बिक रहा इंसान, बिक रहा है प्यार
खाली सी इस दुनिया में बस रह गया व्यापार
चीखे बिकती है खबरों में आज
आंसू किसानों के और सूखे से साज
बिकते है अनाज कौड़ी के दाम पर
और पत्थर बिक रहे आज ईमान पर
संसद में खड़े शैतान बिक रहे
हर गली में लोगो के गिरेबान बिक रहे
साहिल पे आज तूफान बिक रहे
हर कदम पे सपने अंजान बिक रहे
होंठो पे झूठ सरे आम बिक रहे
यूँ कठघरे में इंसान बिक रहे
नोटों पे आज भगवान् बिक रहे
मंदिर में दुआ के पैगाम बिक रहे
बिक गए बादल बारिशो के भी
और सूखे खेतों पे मकान बिक रहे
अश्क़ बिक रहे है माँ के आज
जब भूखे बच्चे अंजान बिक रहे
बेच देना मुझे भी उन अश्क़ो पे खुदा
जो चंद सिक्कों के दाम बिक रहे .....................
खाली सी इस दुनिया में बस रह गया व्यापार
चीखे बिकती है खबरों में आज
आंसू किसानों के और सूखे से साज
बिकते है अनाज कौड़ी के दाम पर
और पत्थर बिक रहे आज ईमान पर
संसद में खड़े शैतान बिक रहे
हर गली में लोगो के गिरेबान बिक रहे
साहिल पे आज तूफान बिक रहे
हर कदम पे सपने अंजान बिक रहे
होंठो पे झूठ सरे आम बिक रहे
यूँ कठघरे में इंसान बिक रहे
नोटों पे आज भगवान् बिक रहे
मंदिर में दुआ के पैगाम बिक रहे
बिक गए बादल बारिशो के भी
और सूखे खेतों पे मकान बिक रहे
अश्क़ बिक रहे है माँ के आज
जब भूखे बच्चे अंजान बिक रहे
बेच देना मुझे भी उन अश्क़ो पे खुदा
जो चंद सिक्कों के दाम बिक रहे .....................
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